सिवान की कथक नृत्यांगना सृष्टि प्रिया ने कथक की मनोहारी प्रस्तुति से दर्शको का मन मोह लिया। स्थानीय महादेवा स्थित अवसर था सिवान की अग्रणी सांस्कृतिक संस्था शिवादी क्लासिक सेंटर ऑफ आर्ट एंड म्यूजिक द्वारा आयोजित वर्चुअल शिवादी संगीत बैठक का कार्यक्रम का उद्घाटन आरा से पधारे राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथक गुरु श्री अमित कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया। गुरु अमित कुमार ने ने कहा कि नृत्य भारतीय संगीत का अभिन्न अंग हैं। शास्त्रीय नृत्य की बढ़ती लोकप्रियता युवा पीढ़ी को बहुत तेजी से अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
सिवान में शास्त्रीय संगीत का वातावरण की खुश्बू से पूरा प्रदेश सुगंधित हो रहा हैं। युवाओं की भूमिका को देखते हुऐ शास्त्रीय संगीत क़े सुखद भविष्य की अनुभूति होने लगी है। इस वर्चुअल कार्यक्रम में सिवान की उभरती हुई नृत्य प्रतिभा सृष्टि प्रिया ने कथक प्रस्तुति में श्री राम स्तुति, तीनताल में उपज, ठाट,उठान, परन जोड़ी आमद, तोड़ा, टुकड़ा, तिहाई, चक्करदार परन व ठुमरी ठारे रहियो ओ मोरे श्याम रे…… पर भाव प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। इससे पूर्व आरा से पधारें तबला वादक श्री सूरज कांत पाण्डे ने स्वतंत्र तबला वादन में उठान, पेशकार, कायदा, टुकड़ा, परन इत्यादि सुनाकर वाहवाही लूटी। मंच संचालन प्रज्ञा द्विवेदी व धन्यवाद ज्ञापन मशहूर कथक नृत्यांगना आदित्या श्रीवास्तव ने किया। इस वर्चुअल संगीत बैठक में देश के विभिन्न प्रदेशों से चर्चित संगीतज्ञ व संगीत प्रशिक्षु शामिल हुए ।