अमित/सिवान : गोरेयाकोठी से राजद ने अपने सिटिंग विधायक सत्यदेव प्रसाद सिंह का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पार्टी ने नूतन वर्मा को पार्टी का सिंबल देकर चुनाव मैदान में उतारा है। बतादे कि नूतन वर्मा राजद नेता स्व. मुन्ना वर्मा की पत्नी है और वर्तमान में भीठी पंचायत से मुखिया है। गौरतलब हो कि कुछ महीने पूर्व धर्मेंद्र वर्मा उर्फ मुन्ना वर्मा का निधन हो गया था। 2010 के विधानसभा चुनाव में मुन्ना वर्मा कांग्रेस से गोरेयाकोठी सीट से चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। वही उनके निधन के बाद उनके पुत्र विवेक वर्मा उर्फ हन्नी वर्मा लगातार क्षेत्र में सक्रिय थे और लोगो से लगातार जनसंपर्क कर रहे थे साथ ही उन्होंने राजद से विधानसभा चुनाव लड़ने का दावा भी पेश किया था लेकिन अंततः पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार न बनाकर उनकी माँ और मुन्ना वर्मा की पत्नी नूतन वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

टिकट मिलने के बाद नूतन वर्मा ने कहा कि उन्हें शुरू से अपने पति द्वारा पार्टी के लिए किए गए कार्यों के बदौलत यह विश्वास था कि पार्टी उन्हें टिकट जरूर देगी साथ ही इस बार का चुनाव में उन्हें आपार जनसमर्थन मिल रहा है जिसके बल पर वे चुनाव में जीत दर्ज करके ये सीट राजद की झोली में डालेंगी।
आखिर क्यों कटा सत्यदेव प्रसाद सिंह का टिकट?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे में विधायक का कार्यकलाप संतोषजनक नही पाया गया था। साथ ही क्षेत्र के लोगो मे उनके खिलाफ रोष भी देखने को मिल रहा था। वही वर्तमान विधायक का विरोध पार्टी के लोगो द्वारा ही पुरजोर तरीके से किया जा रहा था जिससे इनके टिकट काटने के कयास काफी पहले से ही लगाए जा रहे थे।
देवेशकांत सिंह बनाम नूतन वर्मा में होगी चुनावी जंग !
अब राजद से नूतन वर्मा को टिकट मिलने के बाद गोरेयाकोठी के रण में उनकी लड़ाई भाजपा के देवेश कांत सिंह से देखने को मिल सकती है। हालांकि अभी तक भाजपा ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नही की है लेकिन सूत्रों की माने तो देवेशकांत सिंह का टिकट लगभग फाइनल है।