सिवान : बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा ऑनलाइन बैठक की गई। इस बैठक में विभिन्न जिलों के कंप्यूटर शिक्षको ने भाग लिया। संघ द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र द्वारा ऑनलाइन वर्ग संचालन तथा श्रमदान की बात कही गई थी परंतु उसका कोई भी जवाब सरकार के तरफ से प्राप्त नहीं होना राज्य सरकार का गरीब छात्र-छात्राओं के प्रति उदासीनता का प्रमाण है।
महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि जहां एक तरफ राज्य के 1832 कंप्यूटर शिक्षकों की रोजगार की मांग पिछले 3 सालों से पूरा नहीं किया जा रहा है वहीं राज्य के पचास लाख श्रमिकों के लिए रोजगार सृजित करने की बात राज्य के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा की जा रही है। यह इस बात का प्रमाण है की राज्य सरकार सिर्फ और सिर्फ बयानबाजी करने पर विश्वास रखती है। अगर वाकई में रोजगार देना होता तो लगातार 930 दिन धरना पर बैठने वाले कंप्यूटर शिक्षकों को बिहार के माध्यमिक उच्च/ माध्यमिक विद्यालयों में पुनर्बहाल किया जाता।
इस अवसर पर विभिन्न जिलों से शिक्षकगण, कोषाध्यक्ष सौरव कुमार सिंह, दिवाकर कुमार , दिव्य प्रकाश सिंह, पुनीत पल्लव, कुंदन कुमार, सूर्य प्रकाश तरुण, रुपेश कुमार, शैलेंद्र कुमार, प्रकाश कुमार सौरभ कुमार मरीक, सोनाक्षी सिंह, पूर्णिमा कुमारी प्रियंका शुक्ला त्रिपाठी, प्रिंस कुमार, राघवेश चंद्र, नूर आलम समेत विभिन्न शिक्षक उपस्थित रहे।
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