भगवानपुर हाट : 11 माह पूर्व भगवानपुर थाना क्षेत्र के मीरहाता गांव में एक मासूम बच्चे का अपहरण फिर उसके कपड़ों के साथ मिला कंकाल और बाद में सोशल मीडिया पर बच्चे की मिलती-जुलती फोटो देख उसकी बरामदगी की आस में परेशान पीड़ित स्वजनों और ग्रामीणों का सब्र रविवार की सुबह बेकाबू हो गया। आक्रोशित लोगों ने भगवानपुर हाट बाजार से होकर गुजरने वाली एनएच 331 को जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचे बीडीओ, सीओ एवं पुलिस पर भीड़ ने अचानक पत्थर फेंक दिया, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई और वहां भगदड़ मच गई। पत्थरबाजी के बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भीड़ हटाने के लिए लाठियां चटकानी शुरू कर दीं।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पुरानी बाजार, चक्रवृद्धि मोड़ तक दौड़ाया और जो भी मिला उस पर लाठियां बरसाईं। प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई पत्थरबाजी में थानाध्यक्ष विपिन कुमार,एसआइ उमाकांत यादव एवं पुलिस जवान केदार साह आंशिक रूप से घायल हो गए जिनका उपचार स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया। भीड़ को उकसा कर पुलिस पर पत्थरबाजी कराने के आरोप में राजीव कुमार उर्फ गांधी को पुलिस ने दौड़ाकर कर महम्मदपुर से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद भगवानपुर बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गई और पुलिस बाजार में कैंप कर रही थी।
आदित्य की बरामदगी की आवाज स्वजनों ने उठाया
11 माह पूर्व आदित्य के अपहरण और फिर 32 दिन बाद उसके कपड़ों के साथ मिले कंकाल से परिजन जहां उसकी हत्या समझ बैठे थे, वहीं तत्कालीन एसपी नवीन चंद्र झा के नेतृत्व में फिर से हुई जांच और डीएनए रिपोर्ट में कंकाल से मिलान ना होने के बाद परिजन अपने चहेते को पाने के लिए व्याकुल हैं। इसको लेकर स्वजनों ने कई बार थाने में संपर्क किया, लेकिन हर बार आश्वासन के बाद स्वजनों के सब्र का बांध टूट गया।
क्या है मामला:
थाना क्षेत्र के मीरहाता गांव के एक विधवा मां लालमती कुंवर का इकलौता आठ वर्षीय पुत्र आदित्य का अपहरण उसके घर के बाहर से ही खेलने के क्रम में कर लिया गया। अपहरण के 26 दिन बाद स्वजन ग्रामीणों के साथ भगवानपुर हाट पहुंच एनएच 331 को जाम कर बरामदगी की मांग की। अपहरण के 32 वें दिन अपहृत बालक आदित्य के गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर सहसरांव गांव के मरछिया टोला के समीप धमई नदी के बांध पर एक बोरे में रखा कंकाल और मासूम के कपड़े, गले का ताबीज बोरा से बरामद किया गया। मां सहित अन्य स्वजनों ने आदित्य का कपड़ा एवं ताबिज होने की बात कही। खोजी कुत्ता भी लगाया गया। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने खुद दलबल के साथ बरामदगी स्थल तथा उसके घर जा मामले की जांच की। पुलिस बरामद कंकाल का पोस्मार्टम पीएमसीएच में कराया, जहां से आई रिपोर्ट में कंकाल पुरुष का, उम्र आठ से नौ वर्ष तथा हत्या चार से छह सप्ताह पूर्व की रिपोर्ट आई। वहीं विधि विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा कंकाल की हड्डी एवं मां के खून के नमूने की जांच नहीं मिलने की रिपोर्ट दी, जिससे मामला पेचीदा हो गया। इसी बीच हरियाणा से सोशल साइट से वीडियो वायरल किया गया था, जिसमें एक मदारी का खेल दिखाने वाला व्यक्ति एक बच्चा को लेटा खेल दिखा रहा है। बच्चे को आदित्य के रूप में पहचाना गया। यह वीडियो आदित्य के परिवार को जानने वाला कोई व्यक्ति दिल्ली में देख इसकी सूचना पुलिस को दी थी। इस सूचना के आधार पर एक पुलिस पदाधिकारी हरियाणा भी गए ,लेकिन कोई लाभ नहीं निकला। इतने दिनों बाद कोई ठोस सबूत नहीं मिलने से नाराज लोगों ने रविवार को ग्रामीणों के साथ भगवानपुर एनएच पर प्रदर्शन किया।