
परवेज़ अख्तर/सिवान : बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर गुरुवार को भाकपा माले कार्यकर्ताओं द्वारा संविधान बचाओ, धर्मनिरपेक्षता बचाओ सेक्यूलर मार्च निकाला गया। जो शहर के पटेल चौक स्थित समाहरणालय गेट पर सभा में तब्दील हो गया। बाबरी मस्जिद विध्वंस की 26वीं बरसी पर पार्टी कार्यालय मार्च निकाला गया। शहर के गोपालगंज मोड़, पटेल चौक, जेपी चौक, दरबार रोड़, थाना रोड़, अस्पताल मोड़, बबुनिया मोड़ होते हुए समाहरणालय गेट पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि सांप्रदायिक फासीवादी ताकत द्वारा बाबरी मस्जिद गिराना भारतीय धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक इतिहास में काला धब्बा है। पार्टी इसे सांप्रदायिक-उन्मादी शक्तियों के खिलाफ लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष शक्तियों की एकता के तौर पर याद करता है।
विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि आज केंद्र सरकार अमन भाईचारा और इंसाफ देने की बजाए नफरत की सियासत कर रही है। लोगों का न्यायपालिका से भरोसा उठ गया है। आज धर्म व जाति की राजनीति हो रही है। नैमुद्दीन अंसारी ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, देश का मुद्दा है, लेकिन भाजपा मंदिर व जातीय राजनीति में देश को बांटना चाह रही है। मौके पर सोहिला गुप्ता, सुजीत कुशवाहा, जयशंकर पडित, विकास यादव, रमेश प्रसाद,इशहाक रजा, जिशु, मुमताज, शब्बीर अहमद, रवींद्र पासवान समेत अन्य लोग उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर युवा संघर्ष के संयोजक सलीम सिद्दकी पिंकु ने कहा कि यह घटना पूरे दुनिया में सबसे बर्बरता पूर्वक घटित घटना थी। सांप्रदायिक व फिरकापरस्त तत्वों ने भारतीय संविधान को पूरी तरह से कलंकित करने का काम किया था। उन्हाेंने कहा कि आज फिर से फासीवादी ताकतें सर उठाने लगी है, जिसकी आज के हालात में खासकर युवा वर्ग को इसका प्रतिकार करते हुए इसके फन को कुचलने की आवश्यकता है।
